देश के भावी हार्डवेयर नवोन्मेषक आईआईटी रुड़की में तैयार
ग्रैंड फिनाले में देशभर के छात्र और संकाय मार्गदर्शक एकत्रस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 9 December 2025 01:22:35 PM
रुड़की। शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल और एआईसीटीई के अंतर्गत नामित नोडल केंद्र के रूपमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की देश के भावी हार्डवेयर नवोन्मेषकों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के रीथिंक! द टिंकरिंग लैब में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2025 हार्डवेयर संस्करण के ग्रैंड फिनाले में देशभर के 150 छात्र और 36 संकाय मार्गदर्शक एकत्र हुए। गौरतलब हैकि इस वर्ष आईआईटी रुड़की में आयोजित हार्डवेयर संस्करण में 25 टीमें पांच महत्वपूर्ण समस्या वक्तव्यों पर कार्य कर रही हैं, जो गृह मंत्रालय और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने दिए हैं। इनमें अति विपरीत मौसम निगरानी, उपग्रह संपृक्त हैंडहेल्ड रेडियो, फसल परिपक्वता पूर्वानुमान उपकरण, कम लागत वाली कपास तोड़ मशीन तथा जूट रेटिंग प्रक्रिया में सुधार हेतु यंत्र सम्मिलित हैं, जो आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत@2047, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया तथा कृषि 4.0 जैसे राष्ट्रीय लक्ष्यों में प्रत्यक्ष योगदान देते हैं।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर केके पंत ने उद्घाटन सत्र में कहाकि स्मार्ट इंडिया हैकथॉन भारत की प्रौद्योगिकी-संचालित समस्या समाधान केप्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है, आईआईटी रुड़की को गर्व हैकि वह ऐसे नवाचारकर्ताओं की मेज़बानी कर रहा है, जो सुरक्षा, कृषि तथा ग्रामीण आजीविका जैसी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को सीधे सशक्त करने वाले हार्डवेयर समाधान विकसित कर रहे हैं। यह हैकाथॉन आत्मनिर्भर भारत की उस भावना को दर्शाता है ‘भारत से उभरने वाले विचार, भारत केलिए’। नवाचार केप्रति संस्थान की प्रतिबद्धता रेखांकित करते हुए प्रोफेसर वरुण शर्मा तथा टिंकरिंग लैब के संकाय समन्वयक ने कहाकि एसआईएच, विद्यार्थियों को चुनौतियों को व्यवहार्य, वास्तविक दुनिया के समाधान में बदलने का अनूठा परिवेश प्रदान करता है। उन्होंने कहाकि आईआईटी रुड़की इस राष्ट्रीय मिशन का समर्थन करने और शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल केसाथ मिलकर देश केलिए सुदृढ़ नवाचार पाइपलाइन विकसित करने हेतु प्रतिबद्ध है।
सप्ताहभर चलने वाले इस हैकथॉन के दौरान टीमें आईआईटी रुड़की की टिंकरिंग लैब की पारिस्थितिकी में गहन रूपसे कार्य करेंगी, उन्हें मैकेनिकल एवं इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, भौतिकी, ईसीई, डिज़ाइन तथा टिंकरिंग लैब के तकनीकी विशेषज्ञों सहित विभिन्न विभागों के सदस्य-न्यायाधीशों एवं विशेषज्ञ मार्गदर्शकों का सहयोग प्राप्त होगा। ग्रैंड फिनाले के दौरान विकसित समाधान भारत के दीर्घकालीन नवाचार लक्ष्य-प्रौद्योगिकी आत्मनिर्भरता, युवा सशक्तिकरण, कृषि आधुनिकीकरण तथा अगली पीढ़ी के हार्डवेयर नवाचार में उल्लेखनीय योगदान देंगे। आईआईटी रुड़की की ओर से प्रतिभागी टीमों को शुभकामनाएं देते हुए राष्ट्रीय विकास हेतु नवाचार को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता पुनः व्यक्त की गई।