
कल तक जिन्हें मनुवादी कहकर हांसिये पर धकेला जा रहा था, आज उनमें ‘कस्तूरी’ नजर आने लगी है, जिससे इनका ‘राजयोग’ फिर से चमक उठा है। बसपा अध्यक्ष मायावती के लिए, आखिर यही ब्राह्मण सत्ता के कारक बने हैं।...

राजनीतिक खून खराबे की सरजमीं बनते जा रहे पाकिस्तान में अब ऐसी हत्याएं आम होती जा रही हैं। इस समय जो सबसे बड़ी खबर है वह यह चिंता है कि दुनिया का सबसे बड़ा दहशतगर्द ओसामा बिन लादेन अपने खुफिया नेटवर्क के जरिए पाकिस्तान के परमाणु बम के बटन को कब्जाने की योजना बना रहा है।...
देश में जब गैर कांग्रेसी सरकारों का आना हुआ तो वे सरकारें भी आपसी कलह और अन्तर्द्वंद के कारण न तो चल सकीं न दोबारा सत्ता में वापस आ सकीं हैं। इस समय भी यही हाल है। केंद्र की यूपीए सरकार ने वामपंथियों के शामिल होने का देश भारी नुकसान उठा रहा है।...

भारत के लिए परमाणु डील में देर ज्यादा ही परेशानी वाली और नुकसानदेह होती जा रही है क्योंकि भारत को फिलहाल जितनी देश के वामपंथियों की जरूरत है उससे कहीं ज्यादा जरूरत उसे विश्व समुदाय के उन देशों की है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के आर्थिक सुरक्षा और कूटनीतिक मामलों में अपना पूरा दखल रखते हैं जिन्हें नजरअंदाज करना भारत...

लोकसभा का चुनाव अभी दूर है और भाजपाइयों ने प्रधानमंत्री तय कर लिया है। भाजपा की इसी लॉबी ने ऑपरेशन नरेंद्र मोदी चलाया हुआ है। कारण यह है कि पूरा देश नरेंद्र मोदी को देश के भावी प्रधानमंत्री के रूप में देख रहा है, जिससे भाजपा के बड़े नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह और दूसरे नेताओं के सीने पर सांप लौट रहा है।...

उमा भारती भाजपा में भी कितनों के राजनीतिक राजयोग की सबसे बड़ी बाधा मानी जाती हैं। मगर भाजपा के ड्राइंगरूमी नेताओं ने अकेलेउमा को ही नहीं बल्कि अपनी पार्टीके कितने ऐसे नेताओं कोठिकाने लगा दिया है,इसका कोई हिसाब नहींहै। आजभाजपा को उमा की बहुत जरूरत है।...

जो लोग भारतीय हाकी फेडरेशन के अध्यक्ष केपीएस गिल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं वह कितने दूध के धुले हुए हैं वह जरा इस पर भी सोचे। भारतीय हाकी पर किसी एक तरफ से हमला नहीं हुआ है इसके हत्यारे इसी के भीतर छिपे हैं। हाकी में घुसे गिरोहोबाजो ने इसे नौकरी पाने और सैर पर जाने का ऐसा जरिया बनाया कि इसमें सभी ने हाथ धोने शुरू कर दिए।...

पश्चिम उत्तर प्रदेश के दलित, मुस्लिम, पिछड़ा वर्ग और जाट बाहुल्य पट्टी में कई विधानसभा सीटों पर जाट अपनी निर्णायक भूमिका में हैं, जो राजनीतिक मामलों में ज्यादातर चौधरी अजित सिंह के ही साथ चलते हैं। कोई भी स्थिति रही हो अजित सिंह का राजनीतिक महत्व हमेशा से कायम है।...

दुनिया भर के जो सैलानी नेपाल आते हैं, उन्हें अभी नहीं मालूम है कि अब नेपाल बदल गया है। यहां की भोली-भाली जनता लोकतंत्र का मतलब समझने से पहले ही विघटनकारियों की आग उगलती कार्बाइनों और मशीनगनों के सामने धकेल दी गई। उदारवादी नेता हाशिए पर चले गए हैं और माओवादी बंदूक की नोक पर लोकतंत्र की परिभाषा तय करने लग गए हैं।...

वित्तमंत्री थिरू पी चिदंबरम के बजट से यह समझने में कोई चूक नहीं होनी चाहिए कि राहतों का यह पिटारा केवल जादुई है जिसे वोटों के लिए खोला गया है। यह कांग्रेस की लोकसभा के चुनाव की तैयारी है। बिल्कुल साफ है कि इसी साल के अंत तक ये चुनाव हो जाएंगे।...

भारत के सबसे खूबसूरत समुद्र तटीय पर्यटन शहर गोवा में विदेशी पर्यटकों के साथ आए दिन हत्या, बलात्कार, दुर्व्यवहार, धोखाधड़ी और मादक पदार्थों की खुले आम बिक्री की घटनाएं खूबसूरत गोवा के लिए कलंक बन गई है। पर्यटकों की रहस्यमय मौत और बलात्कार जैसी वारदातों ने सबको चिंता में डाल रखा है।...

धिक्कार है, व्यवस्था के इस अंधे और बेरहम दौर को, जिसके सामने कंचन जैसी न जाने कितनी बेबस हैं, जिन पर आज तक किसी की नज़र ही नहीं गई। विश्व विख्यात पीतल नगरी मुरादाबाद में अनगिनत अरबपति उद्योगपतियों, समाजसेवियों और जिला प्रशासन की नाक के नीचे संघर्ष कर रही कंचन अपने भविष्य के अगले संघर्ष की ओर बढ़ रही है।...

तिब्बतियों के निर्वासित धर्मगुरु और तिब्बत आंदोलन के शिखर नेता दलाई लामा के तिब्बत के आंदोलनकारियों को कुचलने के लिए चीन सरकार सड़क पर उतर आई है। तिब्बतियों को चीन की सेना अपने बूटों से रौंद रही है और उनपर टैंकों से हमले किए जा रहे हैं। तिब्बत की अद्भुत सांस्कृतिक विरासत पर चीन का उस तरह से हमला हो रहा है जिस प्रकार अफगानिस्तान...

भुवनचंद खंडूरी की सफलता और विफलता का रिपोर्ट कार्ड उत्तराखंड की जनता ही तैयार करेगी न कि यहां की नौकरशाही। मगर वे फौजी फार्मूले से चलते हैं और जनता तिवारी फार्मूले को ज्यादा समझती है। कहने वाले नहीं चूकते हैं कि तिवारी तो कांग्रेस की गुटबाजी के कारण सत्ता से बाहर हुए लेकिन खंडूरी अपनी ही रणनीतियों के मुगालते में उत्तराखंड...