स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। इण्डिया टूडे के कार्यक्रम स्टेट ऑफ द् स्टेट्स-2010 में उत्तराखण्ड को निवेश के मामले में सर्वश्रेष्ठ उभरते हुए राज्य के रुप में चुना गया है। इसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी से पुरस्कार प्राप्त किया। दिल्ली के होटल हयात में आयोजित इस कार्यक्रम में गवर्नेन्स व संसाधन विषय पर अपने विचार रखते हुए मुख्यमंत्री डॉ निशंक ने कहा कि उत्तराखण्ड में पिछले 10 वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हुयी है। राज्य सरकार के सुनियोजित आर्थिक प्रबंधन से कर और करेत्तर आय में लगातार प्रगति हुई है। राज्य सरकार के आर्थिक प्रबंधन से प्रभावित होकर ही 13वें वित्त आयोग ने प्रोत्साहन स्वरुप 1000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि प्रदान की है। विजन 2020 के तहत राज्य सरकार प्रदेश को देश के आदर्शतम राज्य के रुप में विकसित करने का प्रयास कर रही है।मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ने औद्योगिक पैकेज का जिक्र करते हुए कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार ने वर्ष 2003 में उत्तराखण्ड के लिए दस वर्षों के लिए औद्योगिक पैकेज स्वीकृत किया था, जिसे मौजूदा सरकार ने घटाकर वर्ष 2010 तक सीमित कर दिया है, जो कि नवोदित पर्वतीय राज्य उत्तराखण्ड के साथ न्यायोचित नहीं है। राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से औद्योगिक क्षेत्रों में आधारभूत संरचना को विकसित किया है। समान भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए उत्तर पूर्वी राज्यों के समान ही केन्द्र सरकार, राज्य के लिए औद्योगिक पैकेज न केवल 2013 तक कायम रखे बल्कि और अच्छे परिणामों के लिए इसकी समयावधि को आगे दस वर्षों के लिए विस्तारित करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, आयुष व पर्यटन के क्षेत्र में विशेष कार्य कर रही है। चारधाम को हवाई सेवा से जोड़ा गया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड का 65 फीसदी क्षेत्र वनाच्छादित है। वन अधिनियम के कारण विकास की सम्भावनाएं सीमित हो जाती हैं। हाल ही में रोके गये पावर प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार क्षतिपूर्ति के रुप में 2000 मेगावॉट बिजली, राज्य को निःशुल्क उपलब्ध करवाए। कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह, झारखण्ड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुण्डा, दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, केरल के मुख्यमंत्री वीएस आच्युत्यानन्द सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।