संसदीय कूटनीति, राष्ट्रों के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु है-लोकसभा अध्यक्ष
भारत-सऊदी अरब संसदीय संबंधों का भविष्य उज्जवल-अब्दुल रहमानस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 5 December 2025 01:27:27 PM
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने घोषणा की हैकि भारत की संसद शीघ्र ही भारत-सऊदी अरब संसदीय मैत्री समूह का गठन करेगी। उन्होंने यह घोषणा सऊदी अरब साम्राज्य की शूरा काउंसिल की ओर से सऊदी-भारत संसदीय मैत्री समिति के चेयरमैन मेजर जनरल डॉ अब्दुल रहमान बिन सनहत अल-हरबी के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल केसाथ हुई महत्वपूर्ण बैठक में की। सऊदी अरब के संसदीय शिष्टमंडल ने संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। ओम बिरला ने शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए कहाकि संसदीय कूटनीति, राष्ट्रों केबीच एक महत्वपूर्ण सेतु का काम करती है, जो गहरी समझ का विकास, सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान प्रदान और मज़बूत संस्थागत सहयोग को संभव बनाती है। उन्होंने दोनों देशों की संसदीय समितियों केबीच नियमित संवाद का आह्वान भी किया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारत और सऊदी अरब केबीच सदियों पुराने धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों पर प्रकाश डाला और कहाकि इस एक दशक में निरंतर उच्चस्तरीय आदान प्रदान ने रक्षा, ऊर्जा, क्षमता निर्माण और उभरते रणनीतिक क्षेत्रों में हमारी साझेदारी को और ज्यादा मज़बूत किया है। ओम बिरला ने सऊदी अरब द्वारा वहां निवास करने वाले विशाल भारतीय समुदाय को निरंतर दिए जारहे समर्थन की सराहना की। उन्होंने कहाकि भारतीय प्रवासियों ने अपनी कड़ी मेहनत, अनुशासन और सऊदी अर्थव्यवस्था में अपने योगदान के जरिए विश्वस्तर पर सम्मान अर्जित किया है। सऊदी अरब में योग की बढ़ती लोकप्रियता पर ओम बिरला ने कहाकि इस तरह के सांस्कृतिक आदान प्रदान लोगों केबीच संबंधों को और गहरा करते हैं। वैश्विक सहयोग के संबंध में ओम बिरला ने कहाकि भारत और सऊदी अरब को जी-20, पी-20 और आईपीयू सहित बहुपक्षीय मंचों पर मिलकर काम करना चाहिए एवं साझी वैश्विक चुनौतियों के मामले में अपनी साझी राय के अनुसार काम करना चाहिए।
ओम बिरला ने रेखांकित कियाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण, जो वसुधैव कुटुम्बकम पर आधारित है, भारत की वैश्विक भागीदारी का मार्गदर्शन करता है और संसद भी इसी समावेशी और सहयोगपरक दृष्टिकोण का अनुसरण करती है। ओम बिरला ने विश्वास व्यक्त कियाकि सऊदी अरब संसदीय शिष्टमंडल की यात्रा द्विपक्षीय एवं संसदीय संबंधों को और मज़बूत करेगी तथा विविध क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देगी। मेजर जनरल डॉ अब्दुल रहमान बिन सनहत अल-हरबी ने इस अवसर पर भारत के हज यात्रियों केसाथ हुई हालिया त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों केप्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने भारत केसाथ सऊदी अरब के लोगों की एकजुटता की पुष्टि की और जी-20, आईपीयू और अन्य बहुपक्षीय मंचों सहित अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर घनिष्ठ सहयोग के महत्व पर ज़ोर दिया और यह आशा भी व्यक्त कीकि भारत-सऊदी अरब संसदीय संबंधों का भविष्य उज्जवल होगा।