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ज़ी सिनेमा पर 27 दिसंबर को 'धड़क2' देखिए!

प्यार, जज्बात, रिश्तों की दमदार कहानी और जोरदार अभिनय

तृप्ति डिमरी, सिद्धांत चतुर्वेदी की सराहनीय मुख्य भूमिकाएं

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 23 December 2025 06:07:08 PM

watch 'dhadak 2'

मुंबई। ज़ी सिनेमा धड़क2 का वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर एक ऐसी फिल्म ला रहा है, जो गहरे जज़्बातों, दमदार किरदारों और दिलों को झंकृत कर देने वाली कहानी है, जो ज़ी सिनेमा पर 27 दिसंबर रात 9 बजे प्रसारित हो रही है। तृप्ति डिमरी और सिद्धांत चतुर्वेदी की मुख्य भूमिकाओं से समृद्ध फिल्म में गहराई, सच्चे जज़्बात और दमदार अभिनय है। धड़क2 में एक से बढ़कर एक सहायक कलाकार हैं जिनके अभिनय से यह पूरी तरह असली और जज़्बातों से भरी लगती है। धड़क2 उन दर्शकों केलिए खास है, जो दिलचस्प कहानी और हाई इंटेंस ड्रामा देखना पसंद करते हैं। धड़क2 दो ऐसे जवां दिलों की कहानी है, जिन्हें प्यार तब मिलता है, जब वे इसकी उम्मीद भी नहीं करते, लेकिन यही प्यार उन्हें ऐसे हालात के सामने खड़ा कर देता है, जो उनकी हिम्मत, उनके भरोसे और रिश्ते की कड़ी परीक्षा लेते हैं। जैसे-जैसे उनका रिश्ता गहरा होता है, यह कहानी एक ऐसे मोड़ की तरफ बढ़ जाती है, जो दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर देती हैकि आगे उनका क्या होगा।
धड़क2 फिल्म के प्रीमियर पर सिद्धांत चतुर्वेदी कहते हैंकि धड़क2 भावनाओं की उस दुनिया में है, जहां सबकुछ बहुत इंटेंस और बिल्कुल वास्तविक लगता है। निलेश का किरदार निभाने का मतलब था उन पलों को जीना, जहां वह लगातार अपनी सीमाओं तक धकेला जाता है और उसे पर्दे पर जीना बेहद प्राकृतिक और पूरी तरह से सच्चा लगता है। फिल्म की सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बात इसकी मजबूत लिखावट है, जहां हर किरदार चाहे छोटा हो या बड़ा, कहानी को एक मतलब और वजन देता है। उनका कहना हैकि दर्शकों से निलेश को जो प्यार और अपनापन मिला है, वह बहुत खास और दिल को छू लेने वाला है और यही जुड़ाव धड़क2 की कहानी और अभिनय के पूरे सफर को और भी यादगार बना देता है। उनका कहना हैकि खुशी हैकि ज़ी सिनेमा पर वर्ल्ड टीवी प्रीमियर के ज़रिए यह फिल्म ज्यादा से ज्यादा घरों तक पहुंचेगी और दर्शकों से जुड़ेगी।
धड़क2 की निर्देशक शाज़िया इक़बाल बताती हैंकि फिल्म ऐसे किरदारों की कहानी है, जो अधूरे हैं, साहसी हैं और पूरी तरह इंसानी हैं। यह कहानी टकराव, फैसलों और दिलों में उठते उन तूफानों की बात करती है, जिनसे लोग तब गुजरते हैं, जब ज़िंदगी उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं चलती। तृप्ति और सिद्धांत ने अपने किरदारों को पूरी सच्चाई से निभाया है और सह कलाकारों ने मिलकर एक ऐसी दुनिया रची है, जो जीती-जागती लगती है। शाज़िया इक़बाल इस बात की शुक्रगुजार हैंकि ज़ी सिनेमा इस फिल्म को ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचा रहा है, दर्शक भी हर पल के पीछे की गहराई, तीव्रता और सच्चाई को महसूस करेंगे।

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