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लखनऊ। उत्तर प्रदेश न्यायिक प्रशिक्षण संस्थान गोमती नगर में सिविल जज (जेडी) के तीन माह के प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन इलाहाबाद उच्च न्यायालय (लखनऊ बेंच) के न्यायमूर्ति प्रदीप कान्त ने किया और कहा कि न्यायपालिका में सभी लोगों का विश्वास एवं आस्था है जिसको और मजबूत करने के लिए समयबद्ध तरीके से न्यायिक परम्पराओं के अनुसार, उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर त्वरित निर्णय करना समय एवं न्यायपालिका की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण सत्र के दौरान विभिन्न व्यवहारिक विषयों की जानकारी दी जाएगी एवं उनके उपयोग करने के तरीके भी बताए जाएगें।
इस अवसर पर न्यायिक प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक वीके माथुर ने प्रशिक्षण की आधार-भूत रूप रेखा की जानकारी दी। उद्घाटन सत्र को अपर निदेशक एके अग्रवाल, एसएस उपाध्याय, रेखा अग्निहोत्री आदि द्वारा संबोधित किया गया। उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण में नये चयनित 110 सिविल जज भाग ले रहे हैं जिसमें दो दर्जन से ज्यादा महिला न्यायिक अधिकारी भी हैं।