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नई दिल्ली। नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय एकता परिषद के सदस्य प्रोफेसर भीमसिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग की है कि वे जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के दफ्तर को तुरन्त बंद करके वहां बाजों, बत्तखों, चूहों, कबूतरों, भ्रष्ट एवं अवसरवादी तत्वों को खदेड़े जोकि नेशनल कांफ्रेंस की गोद में पल-बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, नेशनल कांफ्रेंस की कट्टरवादी बुनियाद पर 1931 से चले आ रहे हैं, जिनका एजेंडा 1947 में विलय होने के बाद से 'कश्मीर छोड़ो' और 'हिन्दुस्तान को लूटो' की नीति पर चला आ रहा है।प्रोफेसर भीमसिंह ने सोनिया गांधी से आग्रह किया कि वे इस सफाई-प्रक्रिया को तेजी से चालू करें और सबसे पहले प्रदेश कमेटी के दफ्तर को बंद कर उसमें उस नये खून की भर्ती करें, जिसने कट्टरवाद की ट्रैनिंग हासिल नहीं की है, उसको राष्ट्रीयता और धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस को अवसरवादी तत्वों से हथिया रखा है, जिनको वहां की भौगोलिक, मानवशास्त्रीय, राजनीतिक और क्षेत्रीय नक्शे का कोई भी ज्ञान नहीं है।उन्होंने सोनिया गांधी को सलाह दी की कि वे वहां के मुख्यमंत्री से कांग्रेस का सहयोग वापस ले लें, जोकि तमाम साजिश के पीछे स्वयं हैं। मुख्यमंत्री उमर अबदुल्लाह ने स्वयं विधानसभा में घोषणा की थी कि जम्मू-कश्मीर भारत का आतंरिक भाग नहीं है। अब उनके मंत्री कश्मीर के लिए आजादी की मांग कर रहे हैं। प्रोफेसर भीमसिंह ने राजनीतिक आधार से पंचायत के चुनाव कराने की मांग की, क्योंकि तभी राष्ट्रीय एकता और लोकतांत्रिक संस्थाएं कायम की जा सकती हैं।