रक्षा प्रौद्योगिकी में नौसेना और डीआरडीओ का संयुक्त संकल्प
नौसेना के बेड़े में शामिल हुआ टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम मारीचस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 26 June 2020 06:14:44 PM
नई दिल्ली। युद्धपोतों के सभी मोर्चों से गोलाबारी करने में सक्षम उन्नत टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम मारीच को आज भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया है। इस प्रकार भारतीय नौसेना की एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और भी ज्यादा मजबूत हो गई है। इस एंटी-टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम का डिजाइन और विकास स्वदेशी डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं में किया गया है। सार्वजनिक क्षेत्र का रक्षा उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड इस डिकॉय सिस्टम के उत्पादन का कार्य करेगा। यह कार्य ऐसे समय पर हुआ है, जब लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं और किसी भी समय दोनों देशों में युद्ध छिड़ सकता है।
टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम मारीच के प्रारूप को एक नामित नौसैनिक मंच पर स्थापित किया गया था, जहां इसने सभी उपयोगकर्ता मूल्यांकन परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इसने भारतीय नौसेना के लिए आवश्यक योग्यता के अनुसार अपनी विशेषताओं और क्षमताओं का शानदार प्रदर्शन किया। टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम का नौसेना बेड़े में शामिल किया जाना न केवल रक्षा प्रौद्योगिकी के स्वदेशी विकास के लिए भारतीय नौसेना और डीआरडीओ के संयुक्त संकल्प को दर्शाता है, बल्कि भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल और नवीन प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर बनने के देश के संकल्प को भी एक बड़ा प्रोत्साहन देता है।