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Wednesday 9 April 2025 02:00:08 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और दुबई के क्राउन प्रिंस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उप प्रधानमंत्री एवं रक्षामंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम केबीच संस्थागत प्रक्रियाओं, सैन्य अभ्यास, प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आदान प्रदान और रक्षा सहयोग पर बातचीत हुई है। साउथ ब्लॉक नई दिल्ली में बातचीत में दोनों मंत्रियों ने रक्षा सहयोग को व्यापार और व्यवसाय जैसे अन्य क्षेत्रोंमें हुई प्रगति के अनुरूप बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के दृष्टिकोण और दृढ़संकल्प के अनुरूप है। दोनों नेताओं ने प्रशिक्षण के आदान प्रदान को रक्षा सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में से एक के रूपमें चिन्हित किया, जो एक दूसरे की रक्षा प्रणाली तंत्र को समझने में सक्षम होगा और द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करने में तेजी लाएगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और यूएई के रक्षामंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने दोनों देशों के तटरक्षक बल केबीच सक्रिय सहयोग पर संतोष व्यक्त किया और एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से इसे औपचारिक रूप देकर और ज्यादा मजबूत करने केलिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। दोनों नेता इस बात से आश्वस्त थेकि रक्षा उद्योगों केबीच घनिष्ठ सहयोग द्विपक्षीय संबंधों केलिए अभिन्न अंग होना चाहिए। उन्होंने रक्षा विनिर्माण में साझेदारी बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की और रक्षा उद्योग सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने एक दूसरे की प्रदर्शनियों और रक्षा एक्सपो में संबद्ध पक्षों की सक्रिय भागीदारी को स्वीकार किया और भारत-यूएई रक्षा भागीदारी मंच का स्वागत किया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों देशों को लाभ पहुंचाने वाले रणनीतिक संयुक्त उद्यम और सह उत्पादन परियोजनाएं पूर्ण होने की संभावना है। दोनों नेता मेक इन इंडिया और मेक इन एमिरेट्स पहलों में दोनों देशों केबीच ध्यान केंद्रित करने पर भी सहमत हुए।
भारत-यूएई बैठक केबाद एक्स पर एक पोस्ट में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि यूएई केसाथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी भारत केलिए अत्यधिक प्राथमिकता है। उन्होंने कहाकि आने वाले वर्षों में हम रक्षा सहयोग, सह उत्पादन और सह विकास परियोजनाओं, नवाचार और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने केलिए उत्सुक हैं। भारत और यूएई दोनों ही क्षेत्र में शांति और समृद्धि की दिशामें काम करने केलिए प्रतिबद्ध हैं। संयुक्त अरब अमीरात केसाथ रक्षा सहयोग समझौता ज्ञापन पर 2003 में हस्ताक्षर किए गए थे और 2017 में रक्षा उद्योग सहयोग संबंधी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे। क्राउन प्रिंस ने यूएई और भारत में गहरी दोस्ती को अच्छे रिश्तों और भविष्य केलिए बहुत जरूरी बताया और राजनाथ सिंह ने कहाकि भारत केलिए यूएई केसाथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी उच्च प्राथमिकता पर है। गौरतलब हैकि भारत और संयुक्त अरब अमीरात केबीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों के आधार पर घनिष्ठ संबंध हैं।