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Thursday 17 April 2025 12:43:28 PM
मयूरभंज (ओडिशा)। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने ओडिशा के मयूरभंज बारीपदा में पीएम विश्वकर्मा राष्ट्रीय एससी-एसटी हब सम्मेलन और प्रदर्शनी का आयोजन किया, जहां हितधारकों, लाभार्थियों और सरकारी अधिकारियों ने पीएम विश्वकर्मा योजना और राष्ट्रीय एससी-एसटी हब जैसी प्रमुख पहल पर चर्चा की। केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतनराम मांझी और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहनचरण मांझी ने दीप प्रज्ज्वलितकर सम्मेलन का उद्घाटन किया। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतनराम मांझी ने रोज़गार सृजन और आजीविका में सुधार में एमएसएमई क्षेत्रकी महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने पीएम विश्वकर्मा और राष्ट्रीय एससी-एसटी हब योजनाओं के महत्व और भूमिका केसाथ-साथ व्यक्तियों को सशक्त बनाने, आजीविका में सुधार लाने में कॉयर बोर्ड और खादी के योगदान को रेखांकित किया। यह आयोजन महाराजा श्रीरामचंद्र भंज देव विश्वविद्यालय के सम्मेलन कक्ष में चला।
जीतनराम मांझी ने अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु केप्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और कहाकि उनके मार्गदर्शन में वे एमएसएमई को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उनके क्षेत्र ओडिशा में आए हैं। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भविष्य परिकल्पना हैकि भारत एक विकसित राष्ट्र बने और वर्ष 2027-28 तक यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाए। जीतनराम मांझी ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भविष्य दृष्टि से संबंधित मंत्रालय का कार्यभार सौंपा है, यह मंत्रालय सबसे बड़ा विभाग है और प्रत्येक उद्यमी इसके माध्यम से विकास का आकांक्षी है। उन्होंने कहाकि ओडिशा राज्य में एमएसएमई क्षेत्र उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है, एमएसएमई पहल की वजह से आज प्रत्येक उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर पंजीकृत है। ओडिशा में एमएसएमई क्षेत्र हमारे मंत्रालय के प्रयासों के माध्यम से बढ़ना जारी रखेगा, विकसित भारत केलिए योगदान देगा। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने पीएम विश्वकर्मा और राष्ट्रीय एससी-एसटी हब योजनाओं की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बतायाकि एमएसएमई मंत्रालय और उसके समर्थन से राज्य के लोग लाभांवित हुए हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहनचरण मांझी ने कहाकि पीएम विश्वकर्मा योजना मध्यम वर्ग के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, इस क्षेत्र में और ज्यादा विकास केलिए एमएसएमई मंत्रालय ने ओडिशा पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है और यहां पीएम विश्वकर्मा राष्ट्रीय एससी-एसटी हब सम्मेलन आयोजित किया है। सम्मेलन में ओडिशा सरकार में एमएसएमई, मत्स्यपालन और पशु संसाधन विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गोकुलानंद मल्लिक, ओडिशा सरकार के उद्योग और एमएसएमई विभाग के अपर मुख्य सचिव हेमंत शर्मा, बारीपदा के विधायक प्रकाश सोरेन, ओडिशा से राज्यसभा सांसद ममता मोहंता, ओडिशा सरकार में वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन, श्रम श्रमिक और कर्मचारी राज्य बीमा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गणेशराम सिंह खुंटिया, ओडिशा सरकार में आवासन और शहरी विकास सार्वजनिक उद्यम मंत्री डॉ कृष्णचंद्र महापात्रा, मयूरभंज से लोकसभा सांसद नबाचरण माझी और एमएसएमई मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सम्मेलन का आरंभ एमएसएमई मंत्रालय में अपर विकास आयुक्त डॉ इशिता गांगुली त्रिपाठी के स्वागत भाषण से हुआ।
ओडिशा सरकार में अतिरिक्त सचिव एवं विकास आयुक्त (एमएसएमई) डॉ रजनीश ने ओडिशा में एमएसएमई मंत्रालय की योजनाओं और एमएसएमई विकास की भूमिका पर एक प्रस्तुति दी। पीएम विश्वकर्मा, प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम और एससी-एसटी हब पहल के लाभार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए। उद्यमियों के सशक्तिकरण हेतु क्रेडिट चेक केसाथ ही पीएम विश्वकर्मा लाभार्थियों को ई-प्रमाण पत्र वितरित किए गए। राष्ट्रीय एससी-एसटी हब लाभार्थियों और पीएमईजीपी लाभार्थियों को भी प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। पीएम विश्वकर्मा योजना 17 सितंबर 2023 को आरंभ पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को कौशल विकास, वित्तीय सहायता और टूलकिट सहायता प्रदान करती है। अक्टूबर 2016 से राष्ट्रीय एससी-एसटी हब क्षमता निर्माण, बाजार पहुंच और प्रौद्योगिकी और ऋण प्रदान कर एससी/ एसटी उद्यमियों को सशक्त बनाता है। भारत के आर्थिक विकास में एमएसएमई क्षेत्रकी महत्वपूर्ण भूमिका है और 6 करोड़ 25 लाख से अधिक उद्यम इसमें शामिल हैं और यह 26 करोड़ 70 लाख व्यक्तियों को रोज़गार प्रदान करता है।