स्वतंत्र आवाज़
word map

श्रृंग्वेरपुर में श्रीराम और राजा गुहू का मिलन

निषादराज गुहू की जयंती पर 580 करोड़ रुपये की 181 परियोजनाएं

निषादराज की परम्परा को बढ़ावा देने केलिए महान विरासत को भव्यरूप

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 7 April 2025 02:48:38 PM

chief minister yogi adityanath in shringverpur

श्रृंग्वेरपुर धाम (प्रयागराज)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में पूर्वज महापुरूषों की महान विरासत को भव्यरूप प्रदान करने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने प्रयागराज के श्रृंग्वेरपुर धाम में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के प्रिय सखा भगवान निषादराज गुहू के जन्मोत्सव में बड़ी दिलचस्पी ली है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में व्यक्त उद्गारों में कहाकि पूर्वजों की थाती, परम्परा तथा विरासत को अक्षुण्ण बनाने वाले लोग ही जीवंत और अमर कहलाते हैं, पूर्वजों के आशीर्वाद से ही हम अपने जीवन को सफल बना पाते हैं। उन्होंने कहाकि श्रृंग्वेरपुर में भगवान श्रीराम और निषादों के राजा निषादराज गुहू का भव्य स्मारक निषादराज पार्क महान गौरव का प्रतीक बन गया है। उन्होंने कहाकि यह महापुरुषों तथा पूर्वजों केप्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक माध्यम है और इसने प्रयागराज के नाम को सार्थक किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान 579 करोड़ रुपये की 181 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने प्रभु श्रीराम एवं निषादराज से सम्बंधित कथाओं तथा एक जनपद एक उत्पाद योजना पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने दोनों की प्रतिमा पर माल्यार्पणकर निषादराज पार्क का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने निषादराज बोट सब्सिडी योजना के तहत 1100 नाविकों को 3.20 करोड़ रुपये तथा मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत 1400 मत्स्य पालकों को 20 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया। किसान क्रेडिट कार्ड से मत्स्य पालकों को 138 करोड़ रुपये का ऋण और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों को अनुदान राशि का प्रतीकात्मक चेक भी दिया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाभी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवाओं को स्वीकृति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को भगवान श्रीराम के वेश में एक बालक ने शिव स्तुति सुनाई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहाकि प्रभु श्रीराम के सखा निषादराज का जयंती कार्यक्रम उसी धरा पर है, जहां हजारों वर्ष पूर्व मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम अपने पूज्य पिता को दिए गए वचनों के अनुरूप वन केलिए प्रस्थान कर रहे थे, महर्षि भारद्वाज के आश्रम में जाने से पहले माँ गंगा को पार करने केलिए उन्होंने श्रृंग्वेरपुर की धरा पर कदम रखा था। यह महर्षि श्रृंगी और माता शांता का स्थल माना जाता है। मान्यता हैकि महर्षि वशिष्ठ की प्रेरणा से महाराज दशरथ, महर्षि श्रृंगी के यहां पुत्रेष्टि यज्ञ करने आए थे, जिसके परिणामस्वरूप महाराज दशरथ के घर में चार पुत्रों श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न ने जन्म लिया। ज्ञातव्य हैकि माता शांता को भगवान श्रीराम की बड़ी बहन माना जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह वृतांत सुनाया। उन्होंने कहाकि निषादराज ने श्रीराम को न केवल गंगाजी पार करने में सहायता की, बल्कि वह उन्हें महर्षि भारद्वाज आश्रम तक लेकर गए, यमुनाजी पार कराकर उन्हें चित्रकूट तक पहुंचाने का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहाकि जैसी मित्रता प्रभु श्रीराम और निषादराज में थी, वैसी ही मित्रता का निर्वहन वर्तमान सरकार कर रही है।
योगी आदित्यनाथ ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख कियाकि जिनमें आवास योजना तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबों के मकान बन रहे हैं, दिव्यांगजन तथा निराश्रितों को पेंशन मिल रही है। उन्होंने कहाकि दुनिया का कौन सा देश तथा भारत का कौन सा प्रदेश ऐसा था, जहां के लोगों ने महाकुम्भ-2025 में त्रिवेणी के पावन संगम में स्नानकर अपने जीवन को धन्य न किया हो। मुख्यमंत्री ने कहाकि प्रयागराज को वैश्विक मान्यता प्राप्त है। उन्होंने कहाकि महाकुंभ ने देश और दुनिया में सनातन धर्मावलंबियों को नई पहचान दिलाई है, ऐसे कार्य केलिए राष्ट्र निष्ठा की आवश्यकता होती है और जिनके मन में राष्ट्र केप्रति समर्पण का भाव नहीं है, वह इतना बड़ा आयोजन नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि प्रयागराज महाकुंभ में जोभी आया, वह यहां से अभिभूत होकर गया, यहां 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए। उन्होंने कहाकि महाकुंभ आयोजन से प्रयागराज स्मार्ट सिटी से भी एक कदम आगे विकास की यात्रा तय कर रहा है। उन्होंने बतायाकि प्रयागराज में बड़ा हनुमान मंदिर, अक्षयवट, माँ सरस्वती, पातालपुरी, महर्षि भारद्वाज, नागवासुकी, द्वादश माधव आदि कॉरिडोर का निर्माण हो चुका है।
मुख्यमंत्री योगी ने जिक्र कियाकि महाकुंभ में यहां के नाविकों तथा गाइडों ने काफी कमाई की है। मुख्यमंत्री ने निषादराज की जयंती पर 580 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के अपग्रेडेशन के कार्य का शिलान्यास किया, इसमें प्रयागराज के विकास से जुड़े हुए अन्य कार्य भी सम्मिलित हैं। उन्होंने कहाकि विकास और विरासत के लिए धनराशि की कमी नहीं है, प्रभु श्रीराम ने जिस स्थान पर रात्रि विश्राम किया था, उस स्थान का भी सुंदरीकरण किया जा रहा है, घाटों का निर्माण किया जा रहा है। ऋषि श्रृंगी तथा माता शांता के मंदिर के सुंदरीकरण तथा संस्कृत विद्यालय के पुनरोद्धार को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने निषादराज की परम्परा को बढ़ावा देने वाले केवट, निषाद तथा मल्लाह आदि को आधुनिक तथा सीएनजी युक्त नौकाएं प्रदान करने हेतु योजना बनाने केलिए प्रयागराज प्रशासन को निर्देशित किया। उन्होंने माँ गंगा की अविरलता तथा निर्मलता हेतु प्रयागराजवासियों का आह्वान करते हुए कहाकि माँ गंगा हमारी विरासत की प्रतीक हैं, इन्हें देव नदी की संज्ञा दी गई है, यह दिव्यता की प्रतिमूर्ति हैं, इनके आशीर्वाद के बिना हमारा कोई कार्य आगे नहीं बढ़ता।
मुख्यमंत्री योगी ने कहाकि पहले निषादराज की इस पौराणिक भूमि पर भू-माफियाओं ने कब्जा कर लिया था, विभिन्न शहरों में भी वक्फ के नाम पर कब्जे किए गए, जब प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा था तो यह मनमाना बयान दिया जा रहा थाकि वक्फ की भूमि पर यह आयोजन होने जा रहा है। उन्होंने कहाकि इन बातों को दरकिनार करते हुए भव्य और दिव्य कुम्भ का आयोजन किया गया, प्रदेश सरकार भू-माफियाओं तथा अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहाकि वक्फ बोर्ड की मनमानी पर लगाम लगाने, उसे वेलफेयर के कार्य केसाथ जोड़ने केलिए उम्मीद विधेयक संसद में पारित किया गया है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, मत्स्य मंत्री संजय निषाद, पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कुमार कश्यप, जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]