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व्यापार मेले में उत्तराखंड की सांस्कृतिक संध्या

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निशंक-तरूण विजय/nishank-tarun vijay

नई दिल्ली। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने प्रगति मैदान में आयोजित 30 वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तराखण्ड दिवस के अवसर पर लालचौक थिएटर में आयोजित सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने राज्य गठन के प्रथम दशक में अर्जित विशिष्ट उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस नवोदित राज्य ने विगत वर्षों में बहुत तेजी से प्रगति की है और अपने को देश के औद्योगिक मानचित्र में निवेश के लिए सर्वथा उपयुक्त बनाया है। आज राज्य एक प्रमुख ऑटो हब के रूप में विकसित हो रहा है साथ ही फार्मा उद्योग का एक गतिशील एवं आधुनिक क्लस्टर भी राज्य में विकसित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने संकल्प लिया था कि उत्तराखंड को देश के मॉडल राज्य के रुप में स्थापित करेंगे और आज हमें इस बात पर गर्व है कि हम तेजी से इस ओर अग्रसर हुए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले इण्डिया टुडे जैसी प्रतिष्ठित पत्रिका के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने उत्तराखण्ड को निवेश के क्षेत्र में अग्रणी एवं तेजी से उभरते हुए राज्य के रुप में पुरस्कृत किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य अपने प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक तीर्थस्थलों के लिए पहचाना जाता है। राज्य सरकार ने हरिद्वार में विश्व के सबसे बड़े आयोजन कुम्भ मेले का सफलता पूर्वक संचालन किया जिसके लिये चतुर्दिक सराहना मिली। अगले वर्ष राज्य की पारम्परिक नन्दा देवी राजजात यात्रा को भी व्यापक स्तर पर एवं सुनियोजित ढंग से आयोजित कराएंगे। इसी प्रकार इस वर्ष सैफ विन्टर गेम्स भी राज्य में आयोजित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में उत्तराखण्ड का महत्वपूर्ण योगदान है, भारत की पवित्रतम नदी गंगा की स्वच्छता के लिए स्पर्श गंगा अभियान प्रारम्भ किया गया है। राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखण्ड के बेहतर पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को सर्वश्रेष्ठ आंकलित किया गया है। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के प्रमुख लोक कलाकारों ने आकर्षक लोकनृत्यों की प्रस्तुति की। मुख्यमंत्री ने राज्य के पैवेलियन में दीप प्रज्वलित किया एवं यहां लगे विभिन्न स्टालों का अवलोकन भी किया।

सत्ताईस नवम्बर तक आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तराखण्ड पैवेलियन दर्शकों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। हॉल नम्बर 6 में स्थित उत्तराखण्ड राज्य के पैवेलियन में राज्य के प्रथम दशक में विभिन्न क्षेत्रों में अर्जित उपलब्धियों और विशिष्ट पहलों को दर्शाया गया है। यहां एक ओर राज्य में हुए तीव्र औद्यागिक विकास की झलक दिखलायी पड़ती है तो दूसरी ओर साहसिक, धार्मिक, वन्य पर्यटन के साथ ही अक्षय ऊर्जा, हॉर्टिकल्चर, ग्रामोद्योग, जैविक उत्पादों को भी प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है। राज्य के शिल्प उत्पाद जो ‘हिमाद्रि’ के नाम से लोकप्रिय होते जा रहे हैं, इस पैवेलियन में दर्शकों को खरीददारी के लिए आकर्षित कर रहे हैं।

राज्य के अपर निदेशक उद्योग एससी नौटियाल ने बताया कि उत्तराखंड का पैवेलियन इस वर्ष की थीम 'एनर्जी इफिसिएन्ट टैक्नोलॉजी एण्ड प्रोडक्ट्स' के अनुरुप बनाया गया है और इसमें अक्षय ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण हेतु अपनाई जा रही तकनीकों, जैविक उत्पादों को प्रमुखता से दर्शाया गया है। राज्य सभा सदस्य तरुण विजय, उपाध्यक्ष यूएचएडीसी नरेन्द्र रौतेला, उपाध्यक्ष उद्यमिता विकास श्यामवीर सिंह सैनी, राज्य के मुख्य स्थानिक आयुक्त एसके मुट्टू, अवस्थापना विकास आयुक्त आलोक कुमार जैन, प्रमुख सचिव संस्कृति राकेश शर्मा, प्रमुख स्थानिक आयुक्त अनूप बधावन, सचिव, एस रामास्वामी, निवेश आयुक्त, जेपी ममगांई, अपर निवेश आयुक्त एसडी शर्मा, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट, पैवेलियन के प्रभारी केसी चमोली सहित अनेक गणमान्य अधिकारी एवं व्यक्ति मौजूद थे।

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