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नई दिल्ली। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के क्षेत्रीय निदेशकों के वार्षिक सम्मेलन का यहां आयोग के अध्यक्ष एनके रघुपति ने उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि वर्ष 2010-11 के दौरान 29.92 लाख उम्मीदवार पहले ही एसएससी की परीक्षाओं में शामिल हो चुके हैं जो विगत वित्त वर्ष की तुलना में करीब दोगुना हैं। वर्ष 2009-10 में 13.29 लाख परीक्षार्थी एसएससी परीक्षाओं में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि यदि यह रूख जारी रहा तो इस वित्त वर्ष के अंत तक यानि मार्च, 2011 तक करीब 40 लाख उम्मीदवार इन परीक्षाओं में हिस्सा ले सकते हैं।
रघुपति ने बताया कि आयोग ने परीक्षा परिणामों की समय पर घोषणा के लिए कई विशेष प्रयास किए हैं और मार्च, 2010 तक हुई सभी परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। कुछ और परिणाम आने वाले हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2010-11 के दौरान नवंबर-दिसंबर तक चयनित उम्मीदवारों की संख्या 14898 रही। अध्यक्ष ने कहा कि आयोग के कामकाज में व्यापक सुधार एवं और उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि का श्रेय वर्ष 2009-10 और मौजूदा वित्त वर्ष में किए गए प्रमुख बदलावों एवं लिए गए प्रमुख निर्णयों को जाता है। सभी परीक्षाओं को नया रूप देने से नौकरियों के लिए आवेदकों की संख्या बढ़ी, इससे आयोग के लिए अतिरिक्त चुनौती पैदा हुई है लेकिन क्षेत्रीय कार्यालय इस चुनौती से निबटने में पूरी तरह सफल हुए।
रघुपति ने कहा कि फिलहाल कर्मचारी चयन आयोग, भर्ती चक्र यानि विज्ञापन से लेकर परिणाम तक की प्रक्रिया सही समय पर पूरा करने पर विशेष ध्यान दे रहा है, इसके तहत एक चरणीय परीक्षा की प्रक्रिया छह महीने में, द्विचरणीय परीक्षा प्रक्रिया नौ महीने में और बहुचरणीय परीक्षा प्रक्रिया 12 महीने में पूरा करने पर बल दिया जा रहा है। इस अवसर पर कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में अवर सचिव डॉ एसके सरकार ने आयोग के कामकाम खासकर पिछले डेढ़ साल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।