स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
लखनऊ। मल्टी-डिसिप्लिनरी, सुपर-स्पेशियल्टी, टर्शियरी केयर हॉस्पिटल सहारा हॉस्पिटल ने सहारा हॉस्पिटल्स एकेडमिक एवं रिसर्च सेन्टर के शुरूआत की घोषणा की। यह सेंटर, जोकि सहारा हॉस्पिटल का एक बड़ा कदम माना जा रहा है, राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय मेडिकल संस्थाओं, विश्वविद्यालयों और भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय से स्वीकृत ख्यातिलब्ध चिकित्सीय शोध संस्थानों के साथ सहयोग करेगा। यह बहुकेंद्रित शोध के सम्पूर्ण क्षेत्र से सम्बद्ध होगा जिसमें नयी-नयी ड्रग्स, सुगमता, तकनीक एवं उपाय शामिल होंगे।
सहारा हॉस्पिटल में मीडिया को बताया गया कि इस सेंटर ने एक स्वतंत्र इथिक्स कमेटी बनायी है जिसमें वैज्ञानिक एवं बहुत ही विश्वसनीय एवं कुछ साफ-सुथरी छवि के लोग रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर नज़र रखेंगे। यह टीम वरिष्ठ फैकल्टी मेम्बर्स की खास देखभाल के तहत काम करेगी। ये वरिष्ठ फैकल्टी मेम्बर्स भी नामी-गिरामी शिक्षा संस्थाओं के हैं, जिन्होंने हाल ही में सहारा हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं देनी शुरू की हैं। एकेडमिक सेल के सेन्टर हेड एसजीपीजीआई के पूर्व डीन एवं पैथालॉजी के हेड डॉ आरके गुप्ता होंगे, जबकि इस सेन्टर की इथिक्स कमेटी के चेयरमैन सीडीआरआई (लखनऊ) के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर एवं क्लीनिकल फार्मेकोलॉजी के हेड डॉ ओपी अस्थाना होंगे।
इस अवसर पर सहारा हॉस्पिटल के डायरेक्टर मेडिकल हेल्थ डॉ एचपी कुमार ने कहा कि एकेडमिक एवं रिसर्च सेंटर की स्थापना की घोषणा अस्पताल के लिए अत्यन्त गर्व की बात है। ख्यातिलब्ध फैकल्टी एवं सहारा हॉस्पिटल में उपलब्ध अन्तरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं इस सेंटर को संचालित करती रहेंगी। एक तरफ तो यह सेंटर अत्याधुनिक प्रक्रियाएं, तकनीकी एवं कुशल सेवाएं देगा, दूसरी ओर सभी मरीजों को शिष्टाचार के आधार पर उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं और सेवाएं भी मुहैया करेगा। सहारा हॉस्पिटल सुपरस्पेशियलिटी टर्शियरी केयर डेस्टिनेशन है जो लखनऊ में फरवरी 2009 में खुला था। वर्तमान में सहारा हॉस्पिटल लगभग 350 बेड के साथ क्रियाशील है और अपने दूसरे चरण के पूर्ण होने पर इसमें लगभग 554 बेड किये जाने की योजना है।