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देहरादून। 'जौनसार बावर क्षेत्रवासी अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन में अहम भूमिका निभा रहे हैं।' यह बात मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने जौनसार बावर सेवावृत्त कर्मचारी मंडल के ओएनजीसी स्थित अम्बेडकर स्टेडियम में आयोजित मेले में कही। मुख्यमंत्री ने मेले के आयोजन के लिए प्रति वर्ष पांच लाख रुपये और धूलकोट में भवन निर्माण के लिए 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने जौनसार बावर क्षेत्र के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं, जिनमें प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हनौल में हैलीपैड बनाया गया है एवं जौनसार बावर के बलिदानी शहीद वीर केसरी चंद की 20 लाख रुपये की लागत से रामताल गार्डन में प्रतिमा की स्थापना की गई है। शहीद वीर केसरी चंद मेले के लिए 2 लाख रुपये प्रतिवर्ष का प्रावधान किया है।
उन्होंने कथियान क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने की पूर्व घोषणा के पूरा हाने के लिए क्षेत्रवासियों को बधाई दी और कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए नए चकराता मुख्यालय को विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि नागथात में स्वतंत्रता सेनानी केदार सिंह की प्रतिमा के लिए 10 लाख रुपये दिये गये हैं। उन्होंने एक करोड़ की लागत से गतिमान मीनस-हटाल मोटर मार्ग, गतिमान सहिया-तपलाड मोटर मार्ग, गौरा घाटी-गौथाड मार्ग, चकराता त्यूनी मोटर मार्ग के सुधारीकरण, मसूरी-नागथात मोटर मार्ग सुधारीकरण सहित क्षेत्र के सम्पर्क मार्ग के कार्यो को गिनाते हुए क्षेत्र के विकास के लिए कोई भी कोर कसर न छोड़ने का आश्वासन दिया।
उन्होंने जौनसार बावर क्षेत्र को उत्तराखण्ड के माथे का तिलक की संज्ञा देते हुए कहा कि इसके सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि क्षेत्र के विद्वान लोगों कवि रतन सिंह जौनसारी, डीआईजी जयपाल सिंह राणा आदि के नेतृत्व में जौनसार बावर की समृद्ध संस्कृति का संरक्षण होगा। उन्होंने कहा कि यूनान, मिश्र, रोम जैसे विशाल देश संस्कृति के अभाव में समाप्त हो गये, किन्तु संस्कृति की पहचान को बनाये रखने के कारण भारतीय संस्कृति अमर रही। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी संस्कृति की रक्षा करते हुए समाज और देश को विकसित करने में सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होंने स्मारिका 2010-11 का भी विमोचन किया।
राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने कहा कि जौनसार बावर क्षेत्र के विकास के लिए सबको मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से क्षेत्र के कवि रतन सिंह जौनसारी को उनकी सेवाओं के लिए पदमश्री के लिए संस्तुति करने की मांग की और लाखा मण्डल को ऐतिहासिक स्थल की संज्ञा देते हुए क्षेत्र के पर्यटन विकास की भी मांग की। उन्होंने कहा कि 8 से 10 जनवरी को झाझरा स्थित जनजाति संस्थान में राष्ट्रीय वनवासी जनजाति सम्मेलन में जनजातियों के विकास के लिए राष्ट्रीय वनवासी नीति पर चर्चा होगी। उन्होंने हनोल को प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बताते हुए क्षेत्र में पर्यटन की दृष्टि से अवस्थापना विकास एवं लाखा मण्डल का प्रचार-प्रसार करने की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष हरबंश कपूर ने कहा कि क्षेत्र के लोग अतिथि देवो भवः की भारतीय परम्परा का बखूबी से निर्वहन कर रहे हैं, जिसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं। अनुसूचित जनजाति एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह राणा ने कहा कि जनजाति वर्ग के रिक्त पदों को विशेष अभियान के तहत भरा जाए। उन्होंने रोस्टर में जनजाति वर्ग को प्राथमिकता पर रखने और उत्तराखण्ड जनजाति सलाहकार परिषद के गठन की भी मांग की। कार्यक्रम का संचालन लोक कवि रतन सिंह जौनसारी ने किया। कार्यक्रम में भाजपा नेता मूरत राम शर्मा, मायाराम जोशी, गोपाल सिंह राणा, चतर सिंह तोमर, अध्यक्ष रणवीर सिंह तोमर, महासचिव एवं सम्पादक बारू चौहान, सूचना विभाग के व्यवस्था अधिकारी कलम सिंह चौहान, दिग्विजय सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित थे।