काठमांडू। विश्व विख्यात एवरेस्ट की चोटी और हिमालय के विहंगम दृश्यों की अलौकिक छटा से सम़द्घशाली नेपाललोकतंत्र का सपना देखते-देखते विघटनके रास्ते पर चल पड़ा है। भारतीय उपमहाद्वीप में हिंदू राष्ट्र के रूप में नेपाल अपनी भाषा, संस्कृति, पहनावे और आध्यात्म की अलग ही पहचान रखता है। इसकी अर्थव्यवस्था पर्यटन और भारत के सहयोग पर आधारित है। भगवान शिव के प्रसिद्घ पशुपति...

काठमांडू। नेपाल में आखिर वही हुआ जिसकी कि शुरू से ही आशंका व्यक्त की जा रही थी। नेपाल के प्रधानमंत्री कमल दहल प्रचंड को अपनी विध्वंसकारी रणनीतियों की कीमत चुकानी पड़ी है। आज न उनके साथ सेना है, न सहयोगी दल और न उनका सर्वोच्च महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री का पद रहा। प्रचंड का प्रमुख आका चीन भी हाथ खड़े कर...

काठमांडू। नेपाल के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में पुजारियों की नियुक्ति को लेकर चला आ रहा विवाद अभी थमा भी नहीं है कि नेपाल में ‘देवी कुमारी’ की पूजा रोक देने से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। नेपाल के इतिहास में पहली बार देवी कुमारी की पूजा रोकी गई है।हिन्दू और बौद्ध...
अभी पिछले दिनों भाजपा के पीएम इन वेटिंग लालकृष्ण आडवाणी की वेबसाइट लांच हुई है, काफी धूम-धड़ाके के साथ। देश-दुनिया में, अलग-अलग माध्यमों से इसका जबरदस्त प्रचार भी किया जा रहा है। आडवाणी को शहरी मतदाताओं और युवाओं में लोकप्रिय बनाने के लिए। उनके ही अंदाज में। उनके ही माध्यम से। और खासकर, यह सारी कवायद इस आम चुनाव को लेकर चलाई जा रही है, ताकि जनता के दरबार में आडवाणी की...

नई दिल्ली। जर्मनी में भारत की राजदूत मीराशंकर अबअमेरिका में भारत की राजदूत नियुक्त की गईं हैं। मीराशंकर 1971 बैच की भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी हैं वे अब तक...
काठमांडू। क्या आप मान सकते हैं कि पूर्व राजशाही के राजा ज्ञानेंद्र नेपाल में राजशाही की वापसी का प्रयास कर रहे हैं या फिर से इस राज परिवार का शासन आ जाएगा। राजशाही के रूप में तो अब कदापी नहीं अगर लोकतंत्र के रास्ते से महाराज ज्ञानेंद्र सत्ता में आने की सोच रहे हों तो अलग बात है। नेपाल के बारे में आ रही विभिन्न खबरों के बीच ऐसी भी बातें हैं, जिन्हें केवल एक शगूफे...

नई दिल्ली।नवीन चावला भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे। अभी तक वे चुनाव आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं। वे 21 अप्रैल को अपनी नई जिम्मेदारी संभालेंगे। केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय के विधायी विभाग ने यहां जारी बयान में कहा है कि राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने चावला की मुख्य चुनाव आयुक्त...
ढाका / नई दिल्ली। बांग्लादेश राइफल्स के जवानों की बगावत की आग ने राजधानी के बाहर, देश के अन्य हिस्सों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। पाकिस्तान की खुफिया एजंसी आईएसआई के इशारे पर वेतन विवाद के बहाने प्रधानमंत्री शेख हसीना का तख्ता पलटने की सुनियोजित साजिश से हुई इस कार्रवाई में मरने वाले अधिकारियों की संख्या करीब डेढ़ सौ तक पहुंच गई है। मरने वालों में ज्यादातर...

ढाका। बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पर वर्ष 2004 में आतंकी संगठन युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम को भेजी जा रही हथियारों की जो खेप जब्त की गई थी, उसके पीछे तत्कालीन खालिदा जिया सरकार के कई वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों और बड़े राजनेताओं का भी हाथ था। इस मामले में दो आरोपियों मोहम्मद हफीज उर रहमान और दीन मोहम्मद...
हीरा डोम (पटना) की लिखी कविता अछूत की शिकायत सन् 1914 में पंडित महावीर प्रसाद द्विवेदी ने सरस्वती पत्रिका में प्रकाशित की थी। भोजपुरी भाषा/ बोली में लिखी पांच छंदों की इस कविता को खड़ी बोली के उस दौर में पहली दलित रचना होने का श्रेय है। यह कविता डोमवृत्ति में ही रहने का आर्तनाद है। ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य जातियों के बीच अस्पृश्यजनों के साथ होते व्यवहार का भी हीरा...

नई दिल्ली। यूपी की मुख्यमंत्री बनने के बाद अब सर्वजन के सहारे देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहीं बसपा अध्यक्ष मायावती को चुनौती देने के लिए नवगठित नेशनल दलित फ्रंट केंद्रीय इस्पात मंत्री रामविलास पासवान को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर उनके नेतृत्व में लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहा है।इस...
नई दिल्ली। एक भारतीय टीवी चैनल पर एक दिन सवेरे-सवेरे ब्रेकिंग न्यूज प्रसारित हुई, जिसमें एड़ी से चोटी तक का जोर लगाते हुए एक एंकर कह रही है कि मुंबई हमले में जिंदा पकड़े गए आतंकवादी कसाब ने एफबीआई की पूछताछ में खुलासा किया है कि अमरीका की नीतियां गलत हैं, अफगानिस्तान और इराक में उसने ठीक नहीं किया है और अमरीका इस्लाम विरोधी है, जिस कारण वह बहुत उत्तेजित था। बमुश्किल...
हम फकीरों से जो चाहे दुआ ले जाए,फिर खुदा जाने किधर हमको हवा ले जाए,हम सरे राह लिए बैठे हैं चिंगारी,जो भी चाहे चिरागों को जला ले जाए,हम तो कुछ देने के काबिल ही कहां हैं लेकिन,हां, कोई चाहे तो जीने की अदा ले जाए।उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद का चकिया तहसील विंध्य पर्वत श्रृंखला से आच्छादित है। इसी तहसील में पहाड़ियों की गोद में बसा है भीषमपुर गांव, जहां रहते...
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक विश्वरंजन की विशेष सामाजिक पहल पर पुलिस, सामाजिक अपराध और अमानवीय गतिविधियों को प्रोत्साहित करने वाले प्रचलित अंधविश्वासों से मुक्त करने के लिए राज्य के हर गांव से एक-एक कार्यकर्ता को प्रशिक्षित करने जा रही है। ये प्रशिक्षित कार्यकर्ता अपने-अपने गाँव में पांरपरिक रूप से प्रचलित अंधविश्वासों, जैसे टोनही, डायन, झाड़-फूंक,...
एक समय की बात है, हिन्दुस्तान में एक भाषा हुआ करती थी। उसका नाम था हिन्दी। हिन्दुस्तान के लोग उस भाषा को दिलोजान से प्यार करते थे। बहुत सँभालकर रखते थे। कभी भूलकर भी उसका इस्तेमाल बोलचाल या लिखने-पढ़ने में नहीं करते थे। सिर्फ कुछ विशेष अवसरों पर ही वह लिखी-पढ़ी या बोली जाती थी। यहाँ तक कि साल में एक दिन, हफ्ता या पखवारा तय कर दिया जाता था। अपनी-अपनी फुरसत के हिसाब से...

डेविड फ्राली (वामदेव शास्त्री) पश्चिम के कुछ उन चुने हुए वेदाचार्यों में हैं जिनकी वेदों के महापंडित के रूप में मान्यता एवं प्रतिष्ठा है। उनके ज्ञान की विस्तृत परिधि में आयुर्वेद, वैदिक-ज्योतिष, तंत्र, योग तथा वैदिक दर्शन समाहित है। उनके अध्ययन का मुख्य आधार वेद है और उसमें अधुनातन पुरातात्विक अन्वेषणों...
मेरे पिताजी फारसी के अच्छे ज्ञाता और पुरानी हिन्दी-कविता के बड़े प्रेमी थे। आधुनिक हिन्दी-साहित्य में भारतेन्दुजी के नाटक उन्हें बहुत प्रिय थे। उन्हें वे कभी-कभी सुनाया करते थे। जब उनकी बदली हमीरपुर जिले के राठ तहसील से मिरजापुर हुई तब मेरी अवस्था आठ वर्ष की थी। उसके पहले ही से भारतेन्दु के सम्बन्ध में एक अपूर्व मधुर भावना मेरे मन में जगी रहती थी। सत्य हरिश्चन्द्र...
नए संदर्भों में एक नया प्रश्न बहुत तेजी से उभर रहा है जो पहले प्रश्न से भी अधिक जटिल है किन्तु उसकी ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। जीवन के दूसरे क्षेत्रों पर बाजारवाद का पहले ही कब्जा हो चुका है और अब उसने चुपके-चुपके साहित्य सृजन के क्षेत्र पर भी अपना आधिपत्य जमा लिया है। भौतिकवाद की आँधी से उठी क्रान्ति की लहर ने प्रकाशकों को ही नहीं, लेखकों और समीक्षकों की दृष्टि भी...

सिद्धार्थनगर [उप्र]। बौद्ध धर्म और भीम राव अंबेडकर का राजनीतिक इस्तेमाल तो खूब होता रहे, मगर बसपा के नेता कपिलवस्तु पिपरहवा का विकास नहीं चाहते। कपिलवस्तु पिपरहवा भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है। यहां 22 मई 1997 को बसपा अध्यक्ष मायावती ने अपने प्रथम मुख्यमंत्रित्व में यहां आधा दर्जन परियोजनाओं के निर्माण की आधारशिला...

अतीत के झरोखे और वर्तमान का सामना जीवन चक्र के अनवरत उतार-चढ़ाव की जीवंत सच्चाइयां हैं। बहुत पुराना दौर सामने उमड़ा हुआ है। मरुस्थल में बिखर रही गर्मजोशी भरी रोशनी और संगीत तथा हंसी की आवाजें एक शताब्दी से थके मांदे राहगीरों को अपनी ओर खींचती चली आई हैं और हम भी रेलिंग लगे दालान और लकड़ी के खंभों पर खड़े...