
कहा जाता है कि पूरे देश में एक ही दिन 31 मई 1857 को क्रान्ति आरम्भ करने का निश्चय किया गया था, पर 29 मार्च 1857 को बैरकपुर छावनी के सिपाही मंगल पाण्डे (19जुलाई 1827-8 अप्रैल 1857) की विद्रोह से उठी ज्वाला वक्त का इन्तजार नहीं कर सकी और प्रथम स्वाधीनता संग्राम का आगाज हो गया। मंगल पाण्डे को 1857 की क्रान्ति का पहला शहीद सिपाही...
लखनऊ। लखनऊ बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष दिलीप श्रीवास्तव ने केन्द्र सरकार की अधिवक्ताओं पर सर्विस टैक्स लगाने की तीव्र आलोचना करते हुए कहा है कि सरकार का यह कदम अनुचित एवं अधिवक्ता विरोधी है। अधिवक्ता समाज इसका पुरजोर विरोध करेगा। एक बयान में दिलीप श्रीवास्तव ने कहा कि अधिवक्ता गरीबों, वंचितो को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ते हैं। सर्विस टैक्स लगाने से गरीबों को न्याय...

लखनऊ। श्री दुर्गा शिक्षा निकेतन इंटर कालेज, देवरी रूखारा, बख्शी का तालाब, लखनऊ में एक समारोह में हाई स्कूल एवं इंटर के प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन और समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी...

पुरी। करोड़ों लोगो के आराध्य भगवान जगन्नाथ का भव्य रथयात्रामहोत्सव उड़ीसा में शुरू हो चुका है। श्रद्घालु आध्यात्मिक चेतना के साथ भगवान जगन्नाथ के सम्मुख खड़े होकर आत्मसंतोष प्राप्त कर रहे हैं। रथ यात्रा में भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रूपों को सजीव ढंग से दिखाया गया है।...

कानपुर। कानपुर सिर्फ एक नगर का नाम नहीं है, बल्कि सभ्यता-संस्कृति-साहित्य की लम्बी परम्परा का नाम है। इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए होरी एवं यूएसएम पत्रिका के तत्वाधान में मर्चेंट चेम्बर्स सभागार, कानपुर पिछले पखवाड़े 'भारतीय साहित्य में कानपुर क्षेत्र का योगदान विषय पर विचार गोष्ठी हुई। आदि कवि बाल्मीकि...

नई दिल्ली। स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम ने पंद्रहवी लोकसभा के चुनाव पर विश्लेषणात्मक टिप्पणी में साफ-साफ कहा था कि भारी राजनीतिक जटिलताओं के बावजूद देश में यूपीए सरकार की वापसी का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। इसके कई कारण रहे हैं जिनमें कुछ राजनीतिक दलों का धन-बल, अपराधियों, माफियाओं के कंधों पर बैठकर चुनाव...

लखनऊ।लखनऊ बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष देवेन्द्र विश्वकर्मा और दिलीप श्रीवास्तव ने अपने संयुक्त बयान में राज्य सरकार पर कोर्ट परिसर की सुरक्षा की अनदेखी का आरोप लगाया है। इन नेताओं ने कहा है कि दूसरों को न्याय दिलाने वाले अधिवक्ताओं की सुरक्षा के प्रश्न पर राज्य सरकार मौन है। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा...

ऋग्वेदके समाज में वर्ण व्यवस्था नहीं है, जाति व्यवस्था तो कतई नहीं। ज्ञान पर सबका अधिकार है, उत्पादन के साधनों की प्रचुरता है, देव उपासना भी किसी एक खास समूह का अधिकार नहीं है। अग्नि की खोज विश्व सभ्यता के विकास में सबसे बड़ी क्रान्ति है। ऋषियों ने अग्नि को देवता जाना। अग्नि की स्तुतियां सभी जन करते हैं।...

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह की किडनी खराब हो गई है। वे दूसरी किडनी लगवाने के लिए सिंगापुर गए हैं। समाजवादी पार्टी की विज्ञप्ति में बताया गया है कि उनके साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, समाजवादी पार्टी सांसद जया बच्चन और जयाप्रदा भी सिंगापुर गई...

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती सर्वजन के कितने करीब हैं? यह बताने के लिए काफी है, वर्ष 2000 में प्रकाशित उनकी किताब मेरे संघर्षमय जीवन एवं बहुजन मूवमेंट का सफरनामा। इस पुस्तक के प्रथम खंड के पृष्ठ 154 की पांचवीं पंक्ति में लिखा है जब-जब बहुजन समाज की ताकत बनने लगती है, मनुवादियों...

रायपुर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने दो टूक शब्दों मे यह साफ कर दिया है कि उन्हें केन्द्र की राजनीति मे कोई दिलचस्पी नही है और उनका संपूर्ण ध्यान केवल प्रदेश के उत्थान कार्यों पर केंद्रित है। उनके इस बयान से प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के कुछ महत्वाकांक्षी नेताओं को वाकई निराशा हुई होगी जो...

नई दिल्ली। लंदन का लार्ड्स का मैदान। भारत के सामने करो या मरो की चुनौती। छक्के और चौके के लिए विख्यात भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी की शर्मनाक विफलता यानि भारत का ट्वेंटी ट्वेंटी विश्वकप से बाहर होना, पूरी दुनिया ने देखा। धुरंधरों पर जो थू-थू हो रही है, उसकी सारे मीडिया...

नई दिल्ली। पीएचडी चैम्बर के अध्यक्ष सतीश बगरोडिया ने केंद्र में स्थिर सरकार का स्वागत करते हुए आशा की है कि इससे देश को तेजी से मंदी के दौर से उबरने और निवेश का अनुकूल वातावरण विकसित होगा। पीएचडी चैंबर की और से एक बयान में उन्होंने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन...

कानपुर। साहित्यकार पद्मश्री गिरिराज किशोर ने कहा है कि लेखन के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं और ऐसी चुनौतियों के बीच ही लेखक का व्यक्तित्व उभर कर सामने आता है। प्रशासनिक पद पर रहकर साहित्य साधना निश्चित ही दुरूह कार्य है पर इसको भी भारतीय डाक सेवा के अधिकारी कृष्ण कुमार यादव ने...

नई दिल्ली।आतंकवाद राजनीतिक अस्थिरता और भारी मंदी से जूझते हुए भारत में हमारा प्रधानमंत्री कैसा हो और देश का प्रधानमंत्री कैसा हो के घमासान के साथ पंद्रहवीं लोकसभा का चुनाव अपने चरम की ओर बढ़ रहा है। राजनीतिक दलों में समर्थन देने और समर्थन हासिल करने की जोड़-तोड़, बनते और बिखरते रिश्तों, वादों और तकरारों...

नई दिल्ली।नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष प्रो भीम सिंह ने देश के मतदाताओं से जोरदार अपील की है कि जो भी उम्मीदवार खुलकर धारा-370 में संशोधन का समर्थन करते हैं, उन्हीं को वोट करें। यही जम्मू-कश्मीर के हित में है, इस संशोधन के होने से राज्य और केन्द्र के सम्बंध भी मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर...
नई दिल्ली। नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष प्रो भीम सिंह ने दिल्ली प्रदेश नेशनल पैंथर्स पार्टी यूनिट को भंग कर एक तदर्थ समिति का गठन किया है जिसमें बीएस साजन, राजीव खोसला, मोहम्मद सरबर, राममूर्ति यादव, दिनेश शर्मा, अजीत सिंह चौधरी, सुनीता चौधरी, अफजल खान, भोज कुमार भारद्वाज, डीएन श्रीवास्तव को सदस्य और एसएन चंदोला तथा पीसी मेहता को संयोजन सचिव नियुक्त किया गया है।...

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पश्चिम उत्तर क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन बहुजन समाज पार्टी से जोरदार टक्कर ले रहा है। इस मुकाबले को यहां रालोद ने महत्वपूर्ण बनाया है जिसमें निर्जीव भाजपा में भी वैसे ही ताकत आ गई है। इन दोनों ने बसपा की नाक में दम कर दिया है। बसपा नेता यहां के चुनाव समीकरणों...
लखनऊ। उत्तर प्रदेश न्यायिक प्रशिक्षण संस्थान गोमती नगर में सिविल जज (जेडी) के तीन माह के प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन इलाहाबाद उच्च न्यायालय (लखनऊ बेंच) के न्यायमूर्ति प्रदीप कान्त ने किया और कहा कि न्यायपालिका में सभी लोगों का विश्वास एवं आस्था है जिसको और मजबूत करने के लिए समयबद्ध तरीके से न्यायिक परम्पराओं के अनुसार, उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर त्वरित निर्णय करना...

लखनऊ।भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ज्ञानेंद्र नारायण रे ने कहा है कि समाचार पत्र-पत्रिकाओं का प्रसार तो बढ़ रहा है लेकिन पत्रकारिता में विश्वास और मीडिया का प्रकाश धीमा पड़ रहा है। वर्तमान और भविष्य की पत्रकारिता पर उनकी निराशा का भाव बिल्कुल स्पष्ट है। न्यायमूर्ति रे की यह टिप्पणी इसलिए...