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Monday 19 May 2025 01:17:03 PM
मुंबई। केंद्रीय पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मुंबई में ‘समुद्र क्षेत्रमें महिलाओं केलिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ कार्यक्रम में ‘सागर में सम्मान’ पहल का अनावरण किया। इसका उद्देश्य भविष्य केलिए लैंगिक समानता वाला समुद्री कार्यबल तैयार करना है और उसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है। सर्बानंद सोनोवाल ने इस अवसर पर कहाकि ‘सागर में सम्मान’ भारत सरकार की नीतिगत पहल है। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि एसएमएस नीति में महिलाओं की भागीदारी को डॉक से लेकर निर्णय लेने वाले बोर्ड तक सभी समुद्री परिचालनों का अभिन्न अंग बनाना है। उन्होंने कहाकि समुद्र यात्रा और तट आधारित भूमिकाओं में लैंगिक अंतर को पाटने केलिए यह नीति भारतीय समुद्री क्षेत्रमें महिलाओं की सुरक्षा, नेतृत्व और प्रतिधारण को सुनिश्चित करते हुए महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की संरचित रूपरेखा प्रदान करती है। यह कार्यक्रम सरकार के विविधता, समानता और समावेश उद्देश्य केसाथ भी जुड़ा हुआ है।
एसएमएस नीति का मुख्य दायरा नियोजन और रणनीति, प्रशिक्षण और विकास, अनुसंधान और विकास, शासन और अनुपालन, संचार और सामुदायिक आउटरीच पर केंद्रित होगा। इसमें समुद्र क्षेत्रमें महिलाओं के सशक्तिकरण और नेतृत्व, समावेशिता और समान अवसर, सुरक्षा और कल्याण, कौशल विकास और प्रशिक्षण शामिल हैं। सर्बानंद सोनोवाल ने कार्यक्रम में लगभग 100 महिला नाविकों के समूह केसाथ बातचीत की। उन्होंने कहाकि यह दिन समुद्री क्षेत्रमें महिलाओं की भर्ती, प्रतिधारण और निरंतर रोज़गार का उत्सव मनाने का है। इस वर्ष आईएमओ की थीम है-'महिलाओं केलिए अवसरों का महासागर'। यह 2025 के विश्व समुद्री दिवस की थीम: हमारा महासागर, हमारा दायित्व, हमारा अवसर केसाथ संरेखित है। उन्होंने कहाकि हमें समुद्री क्षेत्रमें महिलाओं की उपस्थिति को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए, मैरीटाइम इंडिया विज़न-2030 दस्तावेज़ में 'वीमेन इन सीफ़र' कार्यक्रम शुरू करने की परिकल्पना की गई है, जिसमें तटवर्ती नौकरियों को प्रोत्साहित करना, जागरुकता और विपणन अभियान, शिपिंग कंपनियों को प्रोत्साहित करना और महिलाओं की भागीदारी में सुधार केलिए छात्रवृत्ति का लाभ उठाना शामिल है।
सर्बानंद सोनोवाल ने 2014 से अबतक सरकार के फोकस की जानकारी देते हुए कहाकि भारत के समुद्री क्षेत्र में महिला नाविकों की संख्या 2014 में 341 से बढ़कर 2024 में 2557 हो गई है, जो 649 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज करती है, वर्ष 2014 से लगभग 2,989 महिला नाविकों को वित्तीय सहायता मिली है, वित्तीय सहायता चाहने वाली महिलाओं की संख्या 2014-15 में 45 से बढ़कर 2024-25 में 732 हो गई है। उन्होंने बतायाकि भारतीय और विदेशी झंडे वाले जहाजों पर भारतीय महिला नाविकों की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि सागर में सम्मान ऐसी ही पहल है, जो अधिक से अधिक महिलाओं को समुद्री क्षेत्रमें शामिल होने केलिए अनुकूल वातावरण बनाती है। उन्होंने बतायाकि भारत में पंजीकृत महिला नाविकों में उल्लेखनीय 739 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो 2015 में 1,699 से 2024 में 14,255 हो गई है। सर्बानंद सोनोवाल ने भारतीय समुद्री क्षेत्र की 10 उत्कृष्ट महिलाओं को सम्मानित और पुरस्कृत भी किया। वे हैं-सुमिता बनर्जी, भारती भंडारकर, कल्पना देसाई, पूनम नागपाल, येन पिंटो, अर्चना सक्सेना संगल, रूपाली राज जोशी, कैप्टन दीप्ति सिंह और अमरजीत रेवाड़ी।